ITC Hotels को BSE और NSE से क्यों हटना पड़ा? जानिए कैसे पड़ेगा इसका असर?
ITC Hotels को भारतीय शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव का सामना करना पड़ा है। हाल ही में, ITC Hotels को BSE और NSE Indices से हटा दिया गया है, जिससे निवेशकों और बाजार विश्लेषकों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस बदलाव का सीधा असर ITC Hotels के शेयर प्राइस और कंपनी के निवेशकों पर पड़ सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह फैसला क्यों लिया गया और इसका बाज़ार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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ITC Hotels को BSE और NSE Indices से क्यों हटाया गया?
ITC Hotels को 29 जनवरी को भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया गया था। शुरुआत में, इस शेयर को Sensex और अन्य BSE Indices में अस्थायी रूप से शामिल किया गया था ताकि Passive Funds द्वारा Portfolio Rebalancing की सुविधा दी जा सके। लेकिन हाल ही में, Asia Index Private Limited (AIPL) ने Notice No: 20250203-49 जारी किया, जिसमें स्पष्ट किया गया कि यह स्टॉक अब सभी BSE Indices से हटा दिया जाएगा।
कब और कैसे हुई ITC Hotels की निकासी?
ITC Hotels को 5 फरवरी 2025 से पहले BSE Indices से हटा दिया गया। हालांकि, इसके लिए एक शर्त रखी गई थी कि यदि 4 फरवरी 2025 को दोपहर 2 बजे तक यह शेयर Lower Circuit पर नहीं पहुंचा, तो इसे Indices से हटा दिया जाएगा। चूंकि ऐसा नहीं हुआ, इसलिए इसे BSE Indices से पूरी तरह से बाहर कर दिया गया।
ITC Hotels का कारोबार और इसके ब्रांड
ITC Hotels भारतीय Hospitality Industry का एक प्रमुख नाम है और यह अलग-अलग सेगमेंट में अपनी सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी के पास निम्नलिखित 6 प्रमुख ब्रांड्स हैं:
- ITC Hotels (Luxury Segment)
- Mementos (Luxury Lifestyle)
- Welcomhotel (Upper Upscale)
- Storii (Premium Boutique)
- Fortune (Midscale)
- WelcomHeritage (Heritage & Leisure)
ITC Hotels के शेयर पर प्रभाव
ITC Hotels के शेयरों की कीमतों में हाल ही में उतार-चढ़ाव देखा गया है। 5 फरवरी को शेयरों को हटाने से पहले, कंपनी के शेयर की अंतिम कीमत ₹165 थी, जो कि 4.16% की गिरावट दर्शाती है। इस बदलाव के चलते Index Trackers को लगभग ₹400 करोड़ के शेयर बेचने पड़े, जबकि NSE Nifty से हटाए जाने पर और ₹700 करोड़ की बिक्री का अनुमान है।
ITC Hotels के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर
कंपनी का Average Room Rate (ARR) वित्त वर्ष 2019 में ₹7,900 से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में ₹12,000 हो गया, जो 51.9% की वृद्धि दर्शाता है। वहीं, Revenue Per Available Room (RevPAR) इसी अवधि में ₹5,200 से ₹8,200 हो गया, जो 57.7% की वृद्धि को दर्शाता है।
ITC Hotels और ITC Ltd का संबंध
ITC Ltd ने अपनी Hotel Business को Demerger के तहत अलग किया और 29 जनवरी को इसे स्वतंत्र रूप से सूचीबद्ध किया। Demerger के तहत, ITC Ltd ने ITC Hotels में 40% हिस्सेदारी अपने पास रखी, जबकि बाकी 60% शेयर ITC के शेयरधारकों को 10:1 के अनुपात में वितरित किए गए।
निवेशकों के लिए ITC Hotels के भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि ITC Hotels को भविष्य में Hospitality Industry के तेजी से बढ़ते चक्र से लाभ मिल सकता है। हालांकि, निकट भविष्य में शेयरों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, लेकिन लंबी अवधि में यह कंपनी अच्छी वृद्धि दर्ज कर सकती है।
निष्कर्ष
ITC Hotels का BSE और NSE Indices से हटना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जिसका निवेशकों और कंपनी के भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, यह बदलाव अल्पकालिक अस्थिरता ला सकता है, लेकिन कंपनी की मौजूदा रणनीतियां इसे लंबी अवधि में मजबूती प्रदान कर सकती हैं।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।